दिल खोल मदद करने वाली केंद्र सरकार को कोसती रहीं प्रियंका गांधी: परमार
वीरभद्र के कार्यक्रम में वीरभद्र को ही भुलाया

धर्मशाला: स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में पहुंचीं कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी एक बार फिर हिमाचल से छल कर गईं। जनता को आस थी कि प्रियंका गांधी उन गारंटियों को पूरा करने के बारे में बात करतीं, जो उन्होंने चुनावों के समय हिमाचल की भोली-भाली जनता को दी थीं, लेकिन कांग्रेस नेत्री ने एक बार फिर हिमाचल को ठग लिया। यह कहना है पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक विपिन सिंह परमार का। श्री परमार ने कहा कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के लिए आयोजित कार्यक्रम में प्रियंका ने उनका जिक्र तक नहीं किया। उनके बारे में, उनकी नीतियों और हिमाचल को दिए गए योगदान के बारे में प्रियंका गांधी ने चंद शब्द तक नहीं कहे। उलटा केंद्र सरकार को कोसतीं नजर आईं। श्री परमार ने कहा वीरभद्र सिंह को चाहने वालों को प्रियंका क्या जवाब देंगी। हर बार केंद्र सरकार को कोसने वाली प्रियंका गांधी हिमाचल की जनता को जवाब दे कि आपदाग्रस्त हिमाचल का हालचाल पूछने वह कितनी बार मंडी, कांगड़ा, कुल्लू, चंबा पहुंचीं। कब प्रियंका गांधी और उनकी पार्टी के दिग्गज नेताओं ने विपदा में बाढ़ पीडि़तों का दर्द जाना। श्री परमार ने कहा कि कांग्रेस नेत्री ने वीरभद्र सिंह के कार्यक्रम में उनके बारे में दो लाइन तक नहीं बोलीं, उलटा यही कहती रहीं कि केंद्र ने हिमाचल को कुछ नहीं दिया। मैं यह पूछना चाहता हूं कि एक तो आपने आपदा ग्रस्त हिमाचल का हाल तक नहीं पूछा और कहती फिरती हैं कि मैं हिमाचल की बेटी हूं। मेरा घर हिमाचल में है, तो यह कैसा अपनापन है। जनता का दर्द न जानने वाली प्रियंका का हिमाचल घर कैसे हो सकता है। अपनों की परवाह अपने ही करते हैं और केंद्र सरकार ने यह करके दिखाया है। पहले तो भाजपा के नेता आपदाग्रस्त हिमाचल का दौरा करते नजर आए। हर नेता आपदाग्रस्त क्षेत्रों में था, जनता के बीच उनके आंसू पोंछ रहा था। इसके बाद केंद्र ने हिमाचल का दर्द देख दिल खोलकर मदद की और इसके आंकड़े भी गवाह हैं। केंद्र ने बचाया हिमाचल, कांग्रेस ने की बेईमानी विपिन सिंह परमार ने आंकड़ों के साथ बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले दो वर्षों (2022-23 और 2023-24) में हिमाचल प्रदेश को 20,000 करोड़ से अधिक की वित्तीय सहायता दी है, जिसमें प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, आपदा राहत कोष और विशेष सहायता योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं 1,500 करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की। इसके अलावा 843 करोड़ एडवांस टैक्स शेयर के रूप में हिमाचल को मिले, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इन पैसों का इस्तेमाल तक नहीं किया। विशेष सहायता योजना के तहत हिमाचल प्रदेश को 2023-24 और 2024-25 में केंद्र सरकार से कुल 6,625 करोड़ की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। इसमें से 1,500 करोड़ की विशेष राहत पैकेज के रूप में 2025 में जारी किए गए थे।
केंद्र से पैसा आया, कांग्रेस ने किया नकारा
विपिन परमार ने कहा कि केंद्र ने हिमाचल के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने योजनाओं की राशि या तो खर्च नहीं की या समय पर उपयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि जनता को उस पैसे के बारे में जानने का हक है।
केंद्र ने इतना पैसा दिया
1. प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना-2,500 करोड़
2. जल जीवन मिशन-1,500 करोड़
3. आपदा राहत पैकेज-1,500 करोड़
4. प्रधानमंत्री आवास योजना-1,200 करोड़
5. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष-2,006.40 करोड़ (2023 की बाढ़ और भूस्खलन के लिए)
6.विशेष सहायता योजना (2024-25)—220.10 करोड़
7. विशेष सहायता योजना (2023-24)-कुल 56,415 करोड़ की राशि 16 राज्यों को वितरित की गई है, जिसमें हिमाचल प्रदेश को भी हिस्सा मिला।
8.राजीव गांधी वन संवर्धन योजना-100 करोड़
9.वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन-100 करोड़
10. सडक़ों के लिए 1 लाख करोड़ से ज्यादा
कहां पूरी की 10 गारंटियां
चुनावों के दौरान हिमाचल की जनता को 10 गारंटियों का सब्ज़बाग दिखाया था, लेकिन अब वही नेता प्रदेश की तरफ मुडक़र भी नहीं देख रहे हैं। प्रियंका गांधी ने वीरभद्र की परंपरा भुला दी और मोदी सरकार पर कोसने में वक्त बिता दिया। श्री परमार ने कहा कि शिमला में आयोजित कार्यक्रमों में प्रियंका गांधी ने वीरभद्र सिंह के विकासमूलक दृष्टिकोण की चर्चा तक नहीं की। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह का नाम लेकर कांग्रेस सिर्फ़ राजनीति करती है। प्रियंका गांधी को वीरभद्र सिंह की नीतियों पर बात करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने पूरा समय केंद्र की मोदी सरकार को कोसने में बिता दिया। हिमाचल को दी गई 10 गारंटियों पर एक शब्द तक नहीं बोला।
झूठी गारंटियां बनीं हिमाचल की पीड़ा
विपिन परमार ने कहा कि आज हिमाचल की जनता सवाल पूछ रही है कि प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेताओं की गारंटियां आखिर गई कहां? आपदा राहत के नाम पर हुआ क्या? उन्होंने कहा कि तीन साल पहले वोटों की लूट के लिए जनता से जो झूठे वादे किए गए थे, उनका हिसाब अब जनता मांग रही है। श्री परमार ने तंज कसते हुए कहा कि सरकारी कार्यक्रमों में कांग्रेस नेताओं ने सिर्फ़ प्रधानमंत्री मोदी को कोसा, लेकिन अपनी झूठी गारंटियों पर चुप्पी साध ली।