कांगड़ा
विधिक सेवा प्राधिकरण जिला कांगड़ा द्वारा किया गया पौधारोपण
धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, शिमला के तत्वावधान में जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांगड़ा स्थित धर्मशाला राजीव बाली की अध्यक्षता में आज धर्मशाला में वृक्षारोपण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री राजीव बाली ने सर्किट हाउस परिसर के निकट आंवले का पौधा रोपित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उनके साथ अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ज्योत्सना सुमंत डढ़वाल , पीठासीन न्यायाधीश , फैमली कोर्ट धर्मशाला , राजेश चौहान, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ,धर्मशाला , नितिन मित्तल , अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो कोर्ट ) धर्मशाला , शीतल शर्मा , अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश , हकीकत ढांडा , मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट , धर्मशाला, शिखा लखनपाल , सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांगड़ा तथा वरुण जुडिशियल मजिस्ट्रेट सहित वन विभाग के कर्मचारी, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, धर्मशाला के छात्रों ने पौधा रोपण किया।इस अवसर पर आंवला , जामुन , बेहड़ा , हरड़, वान एवं देवदार जैसे 35 पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर राजीव बाली ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल प्रकृति को संजीवनी देते हैं, बल्कि समाज में पर्यावरणीय चेतना भी फैलाते हैं।
उनके साथ अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ज्योत्सना सुमंत डढ़वाल , पीठासीन न्यायाधीश , फैमली कोर्ट धर्मशाला , राजेश चौहान, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ,धर्मशाला , नितिन मित्तल , अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो कोर्ट ) धर्मशाला , शीतल शर्मा , अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश , हकीकत ढांडा , मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट , धर्मशाला, शिखा लखनपाल , सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांगड़ा तथा वरुण जुडिशियल मजिस्ट्रेट सहित वन विभाग के कर्मचारी, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, धर्मशाला के छात्रों ने पौधा रोपण किया।इस अवसर पर आंवला , जामुन , बेहड़ा , हरड़, वान एवं देवदार जैसे 35 पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर राजीव बाली ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल प्रकृति को संजीवनी देते हैं, बल्कि समाज में पर्यावरणीय चेतना भी फैलाते हैं।


