कांगड़ा

उच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी खंड विकास अधिकारी अपनी मनमानी करके ले गए सारा सामान

विकास खंड बचाओ संघर्ष समितिके 28 में दिन धरने के समापन उपरांत संघर्ष समिति  के अध्यक्ष संजय महाजन तथा ब्लॉक समिति के उपाध्यक्ष धीरज अत्री ने पत्रकार वार्ता में बताया कि उच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी खंड विकास अधिकारी अपनी मनमानी करके पुलिस दलबल के साथ जवाली के लिए विकासखंड कार्यालय का फर्नीचर तथा दस्तावेज जवाली के लिए ले गए समितिके अध्यक्ष ने बताया कि हमने खंड विकास अधिकारी तथा तहसीलदार महोदय को एक पत्र दिया कि महोदय खंड संघर्ष समिति द्वारा उच्च न्यायालय में एक रिट पीटेशन लगाई है तथा 11:00 बजे इसकी सुनवाई है उच्च न्यायालय का जो फैसला आएगा हमें मंजूर होगा लेकिन विकास अधिकारी नहीं माने और 11:00 उच्च न्यायालय से हमारे हक में फैसला आया और इस खंड विकास कार्यालय का स्थानांतरित आदेश आगामी आदेशों तक रोक लगी दी इसकी कॉपी भी हमने खंड विकास अधिकारी को सौंप दी समिति ने बताया हैरानी इस बात की है कि सभी कर्यालय सुबह 10:00 बजे खुलते हैं लेकिन खंड विकास अधिकारी पता नहीं किस दबाव से पुरी पुलिस बटालियन लेकर पूरे दलबल के साथ सुबह 8:00 बजे ही कार्यालय में पहुंच गए संघर्ष समिति ने आधा ब्लॉक का सामान नगरोटा सूरियां मेहै तथा अब उच्च न्यायालय का सम्मान करते हुए उनके आदेशों के अनुसार जिस सामान को जबरन ज्वाली ले गए हैं उसे वापिस नगरोटा सूरियां लाया जाए नहीं तो उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध अदालत की अवमानना के तहत करवाई करेंगे उधर आज सुबह जब संघर्ष समिति विकास कार्यालय पहुंची तो वहां पर कार्यालय के बाहर सभी कमरों में‌ ताले लगे हुए थे तथा जनता जो अपने कार्य को लेकर जब खंड मुख्यालय पहुंची तो जनता निराश होकर वापस लौटी

Related Articles

Back to top button