पोंग झील का 1363.80 फुट पहुँचा जल भंडारण

प्रदेश के ऊपरी इलाकों में और जिला कांगड़ा के क्षेत्रों में देर रात्रि से हो रही भारी बरसात से कांगड़ा जिले की पोंग झील की सहायक खड्डों नदी और नालों में भी पानी उफान से आने पर झील का 1363.80 फुट जल भंडारण शाम तक पहुँच गया है , अपने लक्ष्य में भी और खतरे के निशान से करीब 26 फुट तक ही दूर रह गया है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से हो रही बरसात के चलते जिला कांगड़ा के पोंग डेम एरिया के आस पास लगते इलाकों की जनता को वक्त रहते ही सतर्क कर रखा है। आज करीब 4 फुट जल स्तर में बृद्दि हो चुकी है। पानी की सुबह के वक्त आवक 215104 क्यूसीक से झील में आ रहा था तथा झील का पानी अपने निधारित जल भंडारण क्षमता की और बड रहा है। वहीं दोपहर तक पानी की आवक 149378 क्यूसीक पर आ गया, और फिर शाम तक पानी की आवक घट कर 110555 क्यूसीक हो गई है तथा पानी की निकासी 18748 क्यूसिक से अब छोडा जा रहा है, जबकि गत दिन तक 1359.50 फुट हुआ था , इस तरह से देखा जाए तो चोबिस् घंटे में ही करीब 4 फुट जल संचित में बड़ा है और अब इस तरह से आकलन किया जाए तो, लक्ष्य से करीब 26 फुट ही खतरे के निशान से अभी दूर रहे गया है ,हालांकि बीबीएमबी प्रशासन हो या जिला कांगड़ा हो पूरी तरह से अलर्ट पर है। बताया जाता है की चौबीस हजार हेक्टयर क्षेत्र में फेली इस पोंग डेम एरिया 1410 फुट तक पानी भंडारण क्षमता सीमा रखी गई है। परंतु पिछले कुछ सालों से अब पानी लगभग 1390 फुट तक ही जल संचित किया जाने लगा है। बो भी बरसात पर ही निर्भर होता है कि मौसम का क्या आगे रुख अपना रहता है। बताते हैं की उधर जिला प्रशासन ने पहले ही हिदायतें दे रखी हैं की कोई भी ऐसे स्थानों की और ना जाए जहाँ जीवन खतरे में आ सके। उधर पता चला है की जिला और उपमंडल प्रशासन पुरी तरह अलर्ट पर है और मिली जानकारी अनुसार प्रशासन ने भी मंड, मयानी और इंदौरा आदि इलाकों की जनता को पहले ही सतर्क कर रखा है। जो जानकारियां मिली है के मुताविक झील का पानी कभी भी खतरे की किसी भी स्थिति को भापतें छोडा जा सकता है। उधर सूत्रों से पता चला है कि बीबीएमबी बोर्ड स्थित चंडीगढ़ चेयर मेन भी स्थिति का जायज लेने के लिए आगामी कुछेक दिन में पोंग डेम आ सकते हैं।