हिमाचल प्रदेश

योजनाओं की बहाली के लिए प्रयास युद्धस्तर पर जारीः उप-मुख्यमंत्री

प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है प्रदेश सरकार

उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आपदा ग्रस्त सराज घाटी में राहत और पुनर्वास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों का दुख दर्द साझा करते हुए उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आपदा के कारण सराज घाटी में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और महत्वपूर्ण पेयजल योजनाओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जल शक्ति विभाग की सराज और बालीचौकी क्षेत्र की 121 करोड़ रुपये लागत की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना सहित लगभग 241 परियोजनाएं आपदा से प्रभावित हुई हैं। सराज क्षेत्र में विभाग को 100 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान है। उन्होंने कहा कि इन कठिन परिस्थितियों में राज्य सरकार संवेदनशीलता और सक्रियता के साथ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि परीक्षा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार हर आपदा प्रभावित परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। विभाग के अभियंता और कर्मचारी जनसेवा की भावना से दिन-रात कार्य कर रहे हैं। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग के प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता और समर्पित कर्मचारी दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचकर पेयजल योजनाओं को बहाल करने के लिए तत्परता से कार्य कर रहे हैं ताकि लोेगों को पेयजल सुविधा उपलबध करवाई जा सके। अब तक लगभग 140 योजनाएं आंशिक रूप से बहाल कर दी गई हैं और शेष योजनाओं की बहाली के लिए युद्धस्तर पर कार्य जारी है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति को शीघ्र स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और इसके लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंनेे कहा कि जन सहयोग, हौंसले और सरकार की मदद से हम सब इस प्राकृतिक आपदा को कर्मठता से पार कर लेंगे। शरण गांव की बेटी तनुजा ठाकुर ने भूस्खलन से सुरक्षित बाहर निकलने के अपने अनुभव उप-मुख्यमंत्री सेे साझा किए। उप-मुख्यमंत्री ने तनुजा के साहस की सराहना की।

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