कांगड़ा

प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स उपायुक्त कांगड़ा व आयुक्त नगर निगम से मिले

अवैध रूप से जब्त किए गए सामान की तत्काल वापसी और वैध वेंडिंग स्थल को हटाने पर औपचारिक आपत्ति

हम स्ट्रीट वेंडर्स आपका ध्यानाकर्षित करते हुए यह कहना चाहते हैं। हम पिछले कई वर्षों से पावन गुरु दलाई लामा के मंदिर के सामने स्ट्रीट वेंडिंग के माध्यम से आजीविका चला रहे हैं । हम समयानुसार जरूरत के मुताबिक समान को बेचते हैं जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए आवश्यक है। हमारी आजीविका इस स्थान से जुड़ी हुई है और हमारी उपस्थिति मंदिर के आगंतुकों की जरूरतों को पूरा करती है। इसके बावजूद, हमें स्थानीय प्रशासन से लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, जिसका चरमोत्कर्ष 2 जुलाई 2025 को हुआ जिसमें विभागीय अधिकारियों /कर्मचारियों तथा पुलिस बल द्वारा की गई गैर-कानूनी कार्यवाहि का विरोध करते हुए इस संबंध में औपचारिक रूप से आपके समक्ष शिकायत प्रस्तुत कर रहे है। आपके ध्यानार्थ 2 जुलाई, 2025 को, जब हमारी निर्धारित वेंडिंग जगह वैध रूप से स्थापित थी और अस्थायी रूप से बंद थी तब विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, पुलिस के साथ आए और हमारे वेडिंग स्थल को तोड़ दिया और बन्द करके रखे सामान को जबरन हटा कर जब्त कर लिया। यह कार्रवाई बिना किसी वैद्य प्रक्रिया ,पूर्व लिखित आदेश एवं सूचना से की गई थी। यह कार्यवाही पूर्ण रूप से अवैध थी। हमें व्यक्तिगत रूप से इस संबंध में कभी भी कोई पूर्व सूचना या आधिकारिक सूचना प्रदान नहीं की गई थी । हम आपको यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम एक विधिवत अधिकृत स्ट्रीट वेंडर हैं हमारा नाम संबंधित सरकारी प्राधिकरण द्वारा इस स्थान पर व्यापार करने के लिए अधिकृत विक्रेताओं की आधिकारिक सर्वेक्षण की सूची में शामिल है। हमने हमेशा शांतिपूर्वक काम किया है, कोई बाधा या गड़बड़ी पैदा नहीं की है, और हमेशा सभी लागू नियमों और विनियमों का पालन किया है। हम आपका ध्यान प्रशासकीय अधिकारियों के मनमाने आचरण एवं द्वेष पूर्ण कार्यवाही की ओर भी दिलाना चाहता हूं कि दलाई लामा मंदिर में परम पावन दलाई लामा के हाल के जन्मदिन समारोह के दौरान, सभी सड़क विक्रेताओं को मौखिक रूप से यह जानकारी मिली थी कि इस अवसर पर सुरक्षा कारणों एवं गुरु जी के सम्मान में अपनी दुकानें बंद रखें। हमने सद्भावना से सभी निर्देशो का पालन किया, सार्वजनिक हित और व्यवस्था को प्राथमिकता दी। लेकिन यह अत्यंत पीड़ादायक विषय है कि, हमारे अनुपालन के बावजूद, आपके विभाग के अधिकारियों ने चुनिंदा रूप से केवल उन्हीं दुकानों को निशाना बनाया जो बंद थीं, जिनमें हमारी दुकान भी शामिल थी, और विशेष रूप से उन विक्रेताओं से सामान जब्त किया जिन्होंने निर्देशों का पालन किया था। इसके विपरीत, आस-पास के अन्य दुकानदारों ने या तो स्वेच्छा से अपनी दुकानें खुली रखीं या उन्हें बिना किसी परिणाम के ऐसा करने की अनुमति दी गई। यह भेदभावपूर्ण और मनमानी कार्रवाई तर्क से परे है, यह एक गंभीर प्रशासनिक शक्तियों के दुरुपयोग का मामला है जोकि प्रक्रियात्मक निष्पक्षता एवं निर्णय की स्पष्टता की कमी को दर्शाता है अधिकारियों ने स्ट्रीट वेंडर्स के अधिकारों एवं कानूनी तथ्यों को बिना जांचे मनमाने एवं द्वेषपूर्ण तरीके से कार्य किया।अधिकारियों ने बिना पक्ष को सुने एक तरफा कार्यवाही अमल में लाकर अधिकृत स्ट्रीट वेंडर्स के अधिकारों को समाप्त करके उनकी आजीविका पर कुठाराघात किया। जोकि संविधान में वर्णित अधिकारों का सीधा उल्लंघन है। आपके ध्यानार्थ यह कार्यवाही पूरी तरह से अवैध थी। हमें न कोई नोटिस मिला, न कोई चेतावनी, न ही कोई दस्तावेज दिखाया गया। मौका पर कृत कार्यवाही से हमारी रोज़ी-रोटी और संपत्ति दोनों छिन गई। हम स्ट्रीट वेंडर्स आपका ध्यानाकर्षित करते हुए यह कहना चाहते हैं। हम पिछले कई वर्षों से पावन गुरु दलाई लामा के मंदिर के सामने स्ट्रीट वेंडिंग के माध्यम से आजीविका चला रहे हैं । हम समयानुसार जरूरत के मुताबिक समान को बेचते हैं जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए आवश्यक है। हमारी आजीविका इस स्थान से जुड़ी हुई है और हमारी उपस्थिति मंदिर के आगंतुकों की जरूरतों को पूरा करती है। इसके बावजूद, हमें स्थानीय प्रशासन से लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, जिसका चरमोत्कर्ष 2 जुलाई 2025 को हुआ जिसमें विभागीय अधिकारियों /कर्मचारियों तथा पुलिस बल द्वारा की गई गैर-कानूनी कार्यवाहि का विरोध करते हुए इस संबंध में औपचारिक रूप से आपके समक्ष शिकायत प्रस्तुत कर रहे है। आपके ध्यानार्थ 2 जुलाई, 2025 को, जब हमारी निर्धारित वेंडिंग जगह वैध रूप से स्थापित थी और अस्थायी रूप से बंद थी तब विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, पुलिस के साथ आए और हमारे वेडिंग स्थल को तोड़ दिया और बन्द करके रखे सामान को जबरन हटा कर जब्त कर लिया। यह कार्रवाई बिना किसी वैद्य प्रक्रिया ,पूर्व लिखित आदेश एवं सूचना से की गई थी। यह कार्यवाही पूर्ण रूप से अवैध थी। हमें व्यक्तिगत रूप से इस संबंध में कभी भी कोई पूर्व सूचना या आधिकारिक सूचना प्रदान नहीं की गई थी । हम आपको यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम एक विधिवत अधिकृत स्ट्रीट वेंडर हैं हमारा नाम संबंधित सरकारी प्राधिकरण द्वारा इस स्थान पर व्यापार करने के लिए अधिकृत विक्रेताओं की आधिकारिक सर्वेक्षण की सूची में शामिल है। हमने हमेशा शांतिपूर्वक काम किया है, कोई बाधा या गड़बड़ी पैदा नहीं की है, और हमेशा सभी लागू नियमों और विनियमों का पालन किया है। हम आपका ध्यान प्रशासकीय अधिकारियों के मनमाने आचरण एवं द्वेष पूर्ण कार्यवाही की ओर भी दिलाना चाहता हूं कि दलाई लामा मंदिर में परम पावन दलाई लामा के हाल के जन्मदिन समारोह के दौरान, सभी सड़क विक्रेताओं को मौखिक रूप से यह जानकारी मिली थी कि इस अवसर पर सुरक्षा कारणों एवं गुरु जी के सम्मान में अपनी दुकानें बंद रखें। हमने सद्भावना से सभी निर्देशो का पालन किया, सार्वजनिक हित और व्यवस्था को प्राथमिकता दी। लेकिन यह अत्यंत पीड़ादायक विषय है कि, हमारे अनुपालन के बावजूद, आपके विभाग के अधिकारियों ने चुनिंदा रूप से केवल उन्हीं दुकानों को निशाना बनाया जो बंद थीं, जिनमें हमारी दुकान भी शामिल थी, और विशेष रूप से उन विक्रेताओं से सामान जब्त किया जिन्होंने निर्देशों का पालन किया था। इसके विपरीत, आस-पास के अन्य दुकानदारों ने या तो स्वेच्छा से अपनी दुकानें खुली रखीं या उन्हें बिना किसी परिणाम के ऐसा करने की अनुमति दी गई। यह भेदभावपूर्ण और मनमानी कार्रवाई तर्क से परे है, यह एक गंभीर प्रशासनिक शक्तियों के दुरुपयोग का मामला है जोकि प्रक्रियात्मक निष्पक्षता एवं निर्णय की स्पष्टता की कमी को दर्शाता है अधिकारियों ने स्ट्रीट वेंडर्स के अधिकारों एवं कानूनी तथ्यों को बिना जांचे मनमाने एवं द्वेषपूर्ण तरीके से कार्य किया।अधिकारियों ने बिना पक्ष को सुने एक तरफा कार्यवाही अमल में लाकर अधिकृत स्ट्रीट वेंडर्स के अधिकारों को समाप्त करके उनकी आजीविका पर कुठाराघात किया। जोकि संविधान में वर्णित अधिकारों का सीधा उल्लंघन है। आपके ध्यानार्थ यह कार्यवाही पूरी तरह से अवैध थी। हमें न कोई नोटिस मिला, न कोई चेतावनी, न ही कोई दस्तावेज दिखाया गया। मौका पर कृत कार्यवाही से हमारी रोज़ी-रोटी और संपत्ति दोनों छिन गई।

Related Articles

Back to top button