राजकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय, धर्मशाला में अग्नि सुरक्षा अभ्यास एवं आपदा पश्चात प्रबंधन कौशल का आयोजन

राजकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय, धर्मशाल के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ ने हिमाचल प्रदेश होमगार्ड 9वीं बटालियन कांगड़ा के सहयोग से महाविद्यालय परिसर में अग्नि सुरक्षा अभ्यास का आयोजन किया। इस दौरान श्री गगन चंद एवं उनकी टीम ने सबसे पहले किसी भी स्थान पर आग लगने की घटना के कारणों एवं आग के प्रकारों तथा बचाव क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की आग से निपटने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। अग्निशमन के दोरान आग के प्रकारों का पता होना चाहिए तथा उसके अनुसार ही वह अग्निशामक यंत्र का प्रयोग मालूम होना चाहिए इस दौरान श्री गगन चंद हिमाचल प्रदेश होमगार्ड 9वीं बटालियन कांगड़ा एवं उनकी टीम ने विद्यार्थियों, शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने भी परिसर में अभ्यास के रूप में अग्निशामक यंत्रों का का उपयोग सिखाया
आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के दूसरे चरण में शिक्षा महाविद्यालय धर्मशाला ने राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) कांगड़ा के सहयोग से कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) तथा जीवन रक्षक कौशल का व्यावहारिक ज्ञान भी धर्मशाला में यंत्रों का का उपयोग सिखाया राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) कांगड़ा हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा के आपदा मित्र अतुल ठाकुर तथा नरिन्दर के साथ तथा उनकी टीम ने महाविद्यालय परिसर में सीपीआर तथा जीवन रक्षक कौशल का प्रदर्शन भी किया। उन्होंने परिसर में आपातकालीन स्थिति से निपटने तथा संरचना निर्माण कौशल का भी प्रदर्शन किया। प्राचार्य आरती वर्मा ने कहा कि प्रत्येक संस्थान को आपदा प्रबंधन गतिविधियों में अवश्य भाग लेना चाहिए। यदि विद्यार्थी संस्थान में प्रशिक्षण के दौरान जीवन रक्षक कौशल सीख लें तो वे समाज में मानव जीवन को बचा सकते हैं। आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. युगराज सिंह ने बताया कि महाविद्यालय 4 अप्रैल, 1905 के कांगड़ा भूकंप पीड़ितों की याद में मॉक ड्रिल का आयोजन करेगा। दोनों ही कार्यक्रमों में परिसर में विद्यार्थी, शिक्षण तथा गैर-शिक्षण कर्मचारी उपस्थित थे।