कांगड़ा

विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर बाल विकास योजना अधिकारी के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन

विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर बाल विकास योजना अधिकारी नगरोटा सूरियां के द्वारा तथा परियोजना के अधीन समस्त वृत्तों व आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में बच्चों व माताओं को स्तनपान से होने वाले लाभों की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। उन्हें बताया गया के मां का पहला दूध बच्चे के लिए टीके का काम करता है और उसे कई गंभीर रोगों से बचाता है, मां का दूध एक पूर्ण आहार होता है अतः पहले छः माह तक बच्चे को केवल मां का दूध ही दिया जाना चाहिए इसके अतिरिक्त कुछ भी खिलाने की आवश्यकता नहीं होती है। बच्चे को दूध पिलाने वाली माता को भी इसके कई लाभ होते है नवजात शिशु को जन्म उपरान्त तुरन्त स्तनपान जरुरी होता है । जन्म के पहले घंटे को गोल्डन ऑवर कहा जाता है, इस दौरान शिशु को स्तनपान कराने से कई फायदे होते हैं इससे शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। निमोनिया और डायरिया जैसे गंभीर रोगों से बचाव होता है। शिशु की हाइपोथेलेमस की बीमारियों से बचाव होता है। स्तनपान की सफलता दर बढ़ती है। माँ के स्तनों में दूध जल्दी बनने में मदद मिलती है। स्तनपान से शिशु को एंटीबॉडी मिलती है. जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है। स्तनपान से अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (एसआईडीएस) का खतरा कम होता है। स्तनपान से माँ को भी कई फायदे होते हैं उसे गर्भावस्था से पहले के वज़न पर लौटने में मदद मिलती है। गर्भाशय गर्भावस्था से पहले के आकार में लौटता है। स्तन और डिम्बग्रंथि के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक को रोकने में मदद मिलती है।

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