ढगवार मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का फरवरी 2026 में पूर्ण होगा कार्य: चंद्र कुमार
कृषि मंत्री ने निर्माण कार्य का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश

धर्मशाला/ कृषि मंत्री प्रो चंद्र कुमार ने शुक्रवार को धर्मशाला उपमंडल के ढगवार में मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट परिसर का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट के निर्माण कार्य को तत्परता के साथ पूर्ण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए। उन्होंने कहा कि इस संयत्र के निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा पूर्ण धनराशि उपलब्ध करवाई जा रही है और इसका निर्माण कार्य फरवरी 2026 तक पूरा हो जाएगा। यह संयत्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में मील पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि संयंत्र की प्रारंभिक प्रसंस्करण क्षमता 1.50 एलएलपीडी है, जिसे भविष्य में तीन एलएलपीडी तक बढ़ाया जा सकता है। इस संयत्र के क्रियाशील होने के बाद कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, चंबा और ऊना जिलों के किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी जिससे 35,000 से अधिक दुग्ध उत्पादक लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादकों की आय में वृद्धि होने के साथ इससे दुग्ध संग्रहण, प्रसंस्करण, गुणवत्ता नियंत्रण और वितरण में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इससे लोगों को परिवहन, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और रखरखाव सेवाओं जैसे क्षेत्रों में अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दूध की दरों में वृद्धि के बाद मिल्कफेड की दैनिक दूध खरीद क्षमता 1,40,000 लीटर से बढ़कर 2,10,000 लीटर हो गई है। इस अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र में प्रतिदिन 1.50 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण किया जाएगा जिससे दही, लस्सी, मक्खन, घी, पनीर, फ्लेवर्ड मिल्क, खोया और मोजरेला चीज सहित विभिन्न प्रकार के डेयरी उत्पाद तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। ग्रामीणों की वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए सरकार ने गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है।