गरीबों को वीपीएल से बाहर करना गलत : अरुण कुमार

नगरोटा बगवां : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिलने वाले लोगों को वीपीएल योजना से बाहर करने की सरकार की योजना का पूर्व विधायक अरुण कुमार कुका ने कड़ा विरोध किया है। रविवार को नगरोटा बगवां में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि सरकारी सहायता से पक्का घर बना लेने से क्या उस परिवार की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि वीपीएल परिवारों को इस योजना से बाहर करने से पहले यह जानना जरूरी है कि क्या उनके आय के साधन बढ़े हैं या परिवार के किसी सदस्य की सरकारी नियुक्ति हुई है। उन्होंने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि नगरोटा बगवां विकास खंड में पंचायतों के मनरेगा व अन्य विकास कार्य विधायक की मंजूरी से हो रहे तथा पात्र लोगों के बजाए चेहतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने चुनें हुए पंचायत प्रतिनिधियों की शक्तियां छीनने तथा मनरेगा कार्यों में विधायक की मनमानी का कडा विरोध किया तथा मनरेगा नियमों का उलंघन बताया। उन्होंने कुछ ग्राम पंचायतों में पात्र लोगों को दरकिनार कर अपने चेहते अपात्र लोगों को लाभ देने की भी विभागीय जांच करवाने की बात कही। उन्होंने कहाँ कि सरकार नें पर्यटन चेयरमैन निगम के चेयरमैन कों विश्वास मे लिए बगैर ही मन्त्रीमंडल कि बैठक में पर्यटन निगम के हेरिटेज 14 होटलों कों नीलम करने का निर्णय ले लिया इससे यह सावित हो गया है कि सरकार प्रदेश कि प्रॉपर्टी कों बेचनें काम कर रही है। कूका नें कहा कि नगरोटा बगवां मे विश्व बैंक के पैसे का दुरूपयोग किया जा रहा है। एडीबी प्रोजेक्ट के तहत फाउंटेंन लगाने और माल रोड बनाने का काम किया जा रहा है जिसका पर्यटकों कों कोई लाभ नहीं मिलेगा जबकि यह पैसा पर्यटन विकास पर खर्च किया जाना चाहिए ताकि प्रदेश मे पर्यटन कों बढ़ावा मिले। कूका नें कहाँ कि मुझे पता चला है ब्लॉक ऑफिस मे करीब 50 लाख रूपये कीमत का एक साइलेंस जनरेटर था जो कि एक दिन भी नहीं चला जो कि आजकल गायब है। वह जनरेटर कहाँ गया इसकी जबाब देही अधिकारी व जनप्रतिनिधियों कि बंनती है क्योंकि यह सरकारी प्रॉपर्टी है। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष सोनू चौधरी, अजीत राणा, रस्मा देवी, गौरव जुलकान इत्यादि उपस्थित रहे।